॥ श्री बद्रीनाथ आरती ॥ Shree Badrinath Aarti॥
Shree Badrinath Aarti भगवान विष्णु को समर्पित एक महत्वपूर्ण पूजा अभिषेक है। यह आरती श्री बद्रीनाथ मंदिर, उत्तराखंड के पवित्र धाम श्री बद्रीनाथ के मूर्ति स्थल पर रोजाना समर्पित की जाती है। श्री बद्रीनाथ भगवान विष्णु के एक रूप माने जाते हैं और उन्हें देवस्थान के अवतार में पूजा जाता है।
श्री बद्रीनाथ आरती को भक्ति भाव से गाने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति होती है और भक्त के जीवन में सुख शांति का आभास होता है। यह आरती भगवान के दिव्य दर्शन का अवसर प्रदान करती है और भक्त को मानसिक शक्ति और स्थायित्व का अनुभव होता है।
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॥ श्री बद्रीनाथ आरती लिरिक्स ॥ Shree Badrinath Aarti Lyrics॥
श्री बद्रीनाथ आरती का गाना भक्त के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है और उन्हें भगवान विष्णु के आशीर्वाद से आनंद और समृद्धि का अनुभव होता है। यह आरती भक्ति और निष्ठा की भावना को बढ़ाती है और भक्त को धार्मिक उद्दीपना देती है।
पवन मंद सुगंध शीतल,
हेम मंदिर शोभितम् ।
निकट गंगा बहत निर्मल,
श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
शेष सुमिरन करत निशदिन,
धरत ध्यान महेश्वरम् ।
वेद ब्रह्मा करत स्तुति,
श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
शक्ति गौरी गणेश शारद,
नारद मुनि उच्चारणम् ।
जोग ध्यान अपार लीला,
श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
इंद्र चंद्र कुबेर धुनि कर,
धूप दीप प्रकाशितम् ।
सिद्ध मुनिजन करत जय जय,
बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
यक्ष किन्नर करत कौतुक,
ज्ञान गंधर्व प्रकाशितम् ।
श्री लक्ष्मी कमला चंवरडोल,
श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
कैलाश में एक देव निरंजन,
शैल शिखर महेश्वरम् ।
राजयुधिष्ठिर करत स्तुति,
श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
श्री बद्रजी के पंच रत्न,
पढ्त पाप विनाशनम् ।
कोटि तीर्थ भवेत पुण्य,
प्राप्यते फलदायकम् ॥
॥ पवन मंद सुगंध शीतल…॥
पवन मंद सुगंध शीतल,
हेम मंदिर शोभितम् ।
निकट गंगा बहत निर्मल,
श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥