॥ श्री बालाजी आरती ॥ Shree Balaji Aarti॥
Shree Balaji Aarti भगवान वेंकटेश्वर या श्री वेंकटेश्वरा (जिसे लोकप्रियता से बालाजी भी कहते हैं) को समर्पित एक प्रमुख पूजा अभिषेक है। भगवान वेंकटेश्वर वैष्णव समुदाय में देवता माने जाते हैं और उन्हें श्रीनिवास और वेंकटरमण भी कहा जाता है। भगवान बालाजी तिरुपति, आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर में विराजमान हैं और वहां के मुख्य देवता हैं।
श्री बालाजी आरती को भक्ति भाव से गाने से भगवान वेंकटेश्वर की कृपा प्राप्ति होती है और भक्त के जीवन में सुख शांति का आभास होता है। यह आरती भक्तों को भगवान के चरणों में अर्पण करने का अवसर प्रदान करती है और उन्हें दिव्य आनंद का अनुभव होता है।
Source: Bhakti Dhara
॥ श्री बालाजी आरती लिरिक्स ॥ Shree Balaji Aarti Lyrics॥
श्री हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाली आरती है
ॐ जय हनुमत वीरा,
स्वामी जय हनुमत वीरा ।
संकट मोचन स्वामी,
तुम हो रनधीरा ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
पवन पुत्र अंजनी सूत,
महिमा अति भारी ।
दुःख दरिद्र मिटाओ,
संकट सब हारी ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
बाल समय में तुमने,
रवि को भक्ष लियो ।
देवन स्तुति किन्ही,
तुरतहिं छोड़ दियो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
कपि सुग्रीव राम संग,
मैत्री करवाई।
अभिमानी बलि मेटयो,
कीर्ति रही छाई ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
जारि लंक सिय-सुधि ले आए,
वानर हर्षाये ।
कारज कठिन सुधारे,
रघुबर मन भाये ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
शक्ति लगी लक्ष्मण को,
भारी सोच भयो ।
लाय संजीवन बूटी,
दुःख सब दूर कियो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
रामहि ले अहिरावण,
जब पाताल गयो ।
ताहि मारी प्रभु लाय,
जय जयकार भयो ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
राजत मेहंदीपुर में,
दर्शन सुखकारी ।
मंगल और शनिश्चर,
मेला है जारी ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥
श्री बालाजी की आरती,
जो कोई नर गावे ।
कहत इन्द्र हर्षित,
मनवांछित फल पावे ॥
॥ ॐ जय हनुमत वीरा..॥