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श्री भैरव आरती (Shree Bhairav Aarti) Hindi PDF Download

॥ श्री भैरव आरतीShree Bhairav Aarti

Shree Bhairav Aarti भगवान भैरव को समर्पित एक महत्वपूर्ण पूजा अभिषेक है। भगवान भैरव हिंदू धर्म में देवी दुर्गा के अवतार माने जाते हैं और उन्हें शक्ति के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। भैरव आरती को भक्ति भाव से गाने से भगवान भैरव की कृपा प्राप्ति होती है और भक्त के जीवन में सुख शांति का आभास होता है।

भैरव आरती गाने से भगवान भैरव की कृपा प्राप्ति होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भैरव आरती गाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और भक्त का मन शुद्ध और शांत होता है। भैरव आरती को गाने से भक्त को सुख-शांति की अनुभूति होती है और उन्हें आत्मिक शक्ति मिलती है।

Source: T-Series Bhakti Sagar

॥ श्री भैरव आरती लिरिक्स ॥ Shree Bhairav Aarti Lyrics॥

भैरव आरती को प्रतिदिन श्रद्धा भाव से गाने से भक्त के जीवन में सकारात्मकता और धैर्य का विकास होता है। यह आरती भक्ति और समर्पण की भावना को बढ़ाती है और भक्त को दुश्मन्त्र और अशुभता से बचाकर उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाती है।

॥ श्री भैरव देव जी आरती ॥

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा ।
जय काली और गौर देवी कृत सेवा ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक ।
भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी ।
महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होवे ।
चौमुख दीपक दर्शन दुःख खोवे ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

तेल चटकी दधि मिश्रित भाषावाली तेरी ।
कृपा कीजिये भैरव, करिए नहीं देरी ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

पाँव घुँघरू बाजत अरु डमरू दम्कावत ।
बटुकनाथ बन बालक जल मन हरषावत ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहे धरनी धर नर मनवांछित फल पावे ॥
॥ जय भैरव देवा…॥

श्री भैरव आरती (Shree Bhairav Aarti) Hindi PDF Download

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