॥ शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं ॥ Shiv Stuti॥
Shiv Stuti “ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं” हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, जिसमें भगवान शिव की महिमा और गुणों की प्रशंसा की गई है। इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्त को भगवान शिव की कृपा मिलती है और उन्हें सभी प्रकार के संकटों से रक्षा होती है।
शिव स्तुति “ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं” को पढ़ने से भक्त को भगवान शिव की कृपा मिलती है और उन्हें सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति प्राप्त होती है। भक्त अपने जीवन में सफलता, सुख, और समृद्धि का अनुभव करते हैं और भगवान शिव के आशीर्वाद से समस्त दुर्भावनाएं और कष्टों से मुक्ति प्राप्त करते हैं।
Shiv Stuti “ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं” को पढ़ने से भक्त का मानसिक तनाव दूर होता है और उन्हें आत्मविश्वास बढ़ता है। भक्त अपने जीवन में धार्मिकता और नैतिकता के मार्ग पर चलते हैं और शिव भगवान के आशीर्वाद से उन्हें सभी कठिनाइयों से पारित करने की शक्ति मिलती है।
Source: T-Series Bhakti Sagar
॥ शिव स्तुति: ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं ॥ Shiv Stuti Mantra॥
ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं,
वन्दे जगत्कारणम् ।
वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं,
वन्दे पशूनां पतिम् ॥
वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं,
वन्दे मुकुन्दप्रियम् ।
वन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं,
वन्दे शिवंशंकरम् ॥