Site icon sunderkand.net

पूजा के समय आंखों से आंसू आना क्या दर्शाता है? जानिए धार्मिक और आध्यात्मिक अर्थ

पूजा में आंखों से आंसू क्यों आते हैं?

कभी आपने ध्यान दिया है कि पूजा करते समय आपकी आंखों से अपने आप आंसू बहने लगते हैं? यह कोई साधारण घटना नहीं है। भारतीय धार्मिक परंपराओं और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है। यह स्थिति भक्त और ईश्वर के बीच गहरे भावनात्मक संबंध को दर्शाती है।

1. भक्ति की चरम अवस्था

जब व्यक्ति पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ पूजा करता है, तब मन अत्यंत शांत और भावुक हो जाता है। इस स्थिति में आंखों से अनायास आंसू बहना एक दिव्य अनुभव माना जाता है। इसे भक्ति का उच्चतम स्तर समझा जाता है, जहां भक्त का हृदय ईश्वर से एक हो जाता है।

2. आंतरिक शुद्धि का संकेत

पूजा के समय आंसू आना आत्मा की सफाई और पापों से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह दर्शाता है कि व्यक्ति अपने भीतर की नकारात्मक ऊर्जा और कष्टों से मुक्त हो रहा है। यह एक प्रकार का “हीलिंग प्रोसेस” होता है, जो मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन लाता है।

3. ईश्वर की कृपा का अनुभव

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जब कोई व्यक्ति भगवान की उपस्थिति को सच्चे मन से अनुभव करता है, तो उसका शरीर और मन भाव-विभोर हो जाते हैं। इस अवस्था में आंखों से आंसू बहना एक स्वाभाविक प्रक्रिया बन जाती है, जिसे “दिव्य साक्षात्कार” भी कहा जा सकता है।

पूजा के दौरान और कौन-कौन से संकेत मिलते हैं?

पूजा करते समय केवल आंसू ही नहीं, बल्कि कई और संकेत भी होते हैं जो यह बताते हैं कि आपकी भक्ति को ईश्वर स्वीकार कर रहे हैं:

संकेतअर्थ
दीपक की लौ तेज़ी से जलनासकारात्मक ऊर्जा और भगवान की उपस्थिति का संकेत
धूप का धुआं मूर्ति की ओर जानापूजा स्वीकार हो रही है
फूल या माला अपने आप गिर जानाईश्वर की ओर से संकेत—आपकी प्रार्थना सुनी जा रही है
हाथों या शरीर में गर्माहट महसूस होनाशक्ति का संचार या आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रवाह

वैज्ञानिक नजरिए से क्या कहता है मनोविज्ञान?

वैज्ञानिक रूप से देखा जाए तो पूजा या ध्यान के समय जब व्यक्ति गहरी भावनाओं में डूब जाता है, तो उसके मस्तिष्क में विशेष हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं। इससे भावनात्मक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न होती हैं, जिनमें आंसू बहना एक सामान्य प्रक्रिया है। यह तनाव कम करने में भी सहायक होती है।

निष्कर्ष: पूजा में आंसू बहना शुभ है या अशुभ?

पूजा करते समय आंखों से आंसू आना एक अत्यंत शुभ संकेत माना जाता है। यह दर्शाता है कि आपकी आत्मा शुद्ध हो रही है, आपका भक्ति भाव प्रबल है और ईश्वर की कृपा आपके ऊपर है। यह कोई सामान्य बात नहीं, बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक अनुभव है, जिसे शब्दों में नहीं बल्कि भावनाओं में महसूस किया जा सकता है।

नोट: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और आध्यात्मिक अनुभवों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है। किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ या गुरु का मार्गदर्शन अवश्य लें।

Exit mobile version